30वां बिहारी पुरस्कार 2020

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के.के. बिड़ला फाउंडेशन ने 4 मार्च, 2021 को 30वें बिहारी पुरस्कार 2020 की घोषणा की।

मोहनकृष्ण बोहरा को उनकी आलोचना की हिंदी पुस्तक ‘तस्लीमा: संघर्ष और साहित्य’ के लिए यह पुरस्कार दिया जाएगा। यह पुस्तक 2016 में प्रकाशित हुई थी।

बिहारी पुरस्कार में 2 लाख 50 हजार रुपये की पुरस्कार राशि, एक प्रशस्ति पत्र और एक पट्टिका प्रदान की जाती है। यह पुरस्कार 1991 में के.के. बिड़ला फाउंडेशन द्वारा स्थापित तीन साहित्यिक पुरस्कारों में से एक है।

प्रसिद्ध हिंदी कवि बिहारी के नाम पर यह पुरस्कार, हर साल राजस्थानी लेखक द्वारा विगत 10 वर्षों में प्रकाशित हिंदी या राजस्थानी में उत्कृष्ट कृति के लिए दिया जाता है।

डॉ. आएदन सिंह भाटी को उनके कविता संग्रह, ‘आंख हीयै रा हरियल सपना’ (Green Dreams of the Heart’s Eye) के लिए 29वें बिहारी पुरस्कार से सम्मानित किया गया था।

प्रश्नोत्तर:-

प्रश्न-  के.के. बिड़ला फाउंडेशन द्वारा दिया जाने वाला प्रतिष्ठित 30वां बिहारी पुरस्कार किसे प्रदान किए जाने की घोषणा की गई?

(a) मनीषा कुलश्रेष्ठ

(b) विजय वर्मा

(c) मोहनकृष्ण बोहरा

(d) भगवती लाल व्यास

उत्तर—(c)

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