इंदौर ने स्वच्छ सर्वेक्षण 2020 की पहली दो तिमाहियों में मारी बाजी

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केंद्रीय आवास और शहरी मामलों के मंत्रालय (MoHUA) ने स्वच्छ सर्वेक्षण 2020 के पहली और दूसरी तिमाही के नतीजों की घोषणा की है। 

दस लाख से अधिक आबादी वाले शहरों में इंदौर लगातार दोनो तिमाहियों में स्वच्छता चार्ट में सबसे ऊपर है, जबकि कोलकाता का सबसे नीचे पायदान पर हैं । वही जमशेदपुर ने 1 लाख से 10 लाख की आबादी वाले शहरों में दोनो तिमाहियों में स्वच्छता चार्ट में शीर्ष स्थान हासिल किया है।

पहली बार रैंकिंग को लीग प्रारूप में जारी किया गया और शहर की आबादी के आधार पर तीन तिमाहियों (अप्रैल से जून, जुलाई से सितंबर और अक्टूबर से दिसंबर 2019) में बाँटा गया था। रैंकिंग संचयन, परिवहन, प्रसंस्करण और कचरे के निपटान पर आधारित थी।

पहली तिमाही (अप्रैल से जून) में 10 लाख से अधिक आबादी वाले शीर्ष तीन शहर:

इंदौर (मध्य प्रदेश)

भोपाल (मध्य प्रदेश)

सूरत (गुजरात)

दूसरी तिमाही (जुलाई से सितंबर) में 10 लाख से अधिक आबादी वाले शीर्ष तीन शहर:

इंदौर (मध्य प्रदेश)

राजकोट (गुजरात)

नवी मुंबई (महाराष्ट्र)

पहली तिमाही (अप्रैल से जून) में एक लाख से 10 लाख आबादी वाले शीर्ष तीन शहर

जमशेदपुर (झारखंड)

नई दिल्ली

दूसरी तिमाही (जुलाई से सितंबर) में एक लाख से 10 लाख आबादी वाले शीर्ष तीन शहर:

जमशेदपुर (झारखंड)

चंद्रपुर (महाराष्ट्र)

कैंटोनमेंट बोर्डों के बीच, पहली तिमाही (अप्रैल से जून) में रैंकिंग इस प्रकार थी:

सेंट थॉमस माउंट कैंटोनमेंट (तमिलनाडु)

झांसी छावनी (उत्तर प्रदेश)

दिल्ली छावनी (दिल्ली)

कैंटोनमेंट बोर्डों के बीच, दूसरी तिमाही (जुलाई से सितंबर) में रैंकिंग इस प्रकार थी:

दिल्ली छावनी बोर्ड (दिल्ली)

झांसी छावनी बोर्ड (उत्तर प्रदेश)

जालंधर छावनी बोर्ड (पंजाब)

हैदराबाद का सिकंदराबाद कैंटोनमेंट बोर्ड का प्रदर्शन सबसे खराब रहा।

आवास और शहरी मामलों के राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार): हरदीप सिंह पुरी

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