मिजोरम में ग्रीन डिस्कवरी: नई गेको प्रजातियों का खोज-सफर

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शोधकर्ताओं ने हाल ही में भारत, विशेषकर मिजोरम के वैरेंगटे शहर में, एक नई छिपकली प्रजाति की पहचान की है। इसका नाम ‘साइरटोडैक्टाइलस वैरेंगटेन्सिस’ है, और इसकी विशेषताएं इसे अन्य साइरटोडैक्टाइलस परिवार के सदस्यों से अलग बनाती हैं, विशेषकर ऊरु छिद्रों की संख्या में। इस नई प्रजाति के लिए प्रस्तावित सामान्य नाम ‘वैरेंगटे बेंट-टो गेको’ है।

  • प्रजाति विविधता: विश्व भर में 335 गेको प्रजातियों के साथ, भारत ने अपनी विशेष बायोडाइवर्सिटी को 42 प्रजातियों से सजाकर दिखाई है।
  • खोज स्थान: यह नई प्रजाति मिजोरम के कोलासिब जिले में स्थित वैरेंगटे, जो मानव निवास के निकट है, में पाई गई है।
  • अध्ययन किए गए नमूने: एक व्यापक अध्ययन के लिए पिछले वर्ष जून में, छह नमूने इकट्ठे किए गए थे, जिनमें तीन नर और तीन मादा शामिल थे।
  • रूपात्मक विशेषताएं: वैरेंगटे बेंट-टूड छिपकली को मध्यम आकार की छिपकली माना जाता है, जिसका वयस्क व्यक्तियों में आकार 57.6 मिमी से 73.6 मिमी तक होता है।
  • अनूठी विशेषता: इस नई प्रजाति की विशेष विशेषताओं में से एक पहले पैरों के नीचे पाए जाने वाले ऊरु छिद्रों की संख्या है। ये ऊरु छिद्र लिपिड और प्रोटीन के मिश्रण का स्राव करते हैं, जिससे संभावतः साथियों को आकर्षित करने और क्षेत्रों को चिह्नित करने के लिए किया जाता है।
  • प्रीक्लोएकल छिद्र: शोधकर्ताओं ने एकत्रित नमूनों में पुरुषों में 9-11 प्रीक्लोएकल (ऊरु) छिद्रों और महिलाओं में 5-9 प्रीक्लोएकल छिद्रों की पहचान की है।

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