विश्व चावल मूल्य सूचकांक जुलाई में 12 वर्षों के शीर्ष पर पहुंचा

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खाद्य और कृषि संगठन (एफएओ) की रिपोर्ट के अनुसार, एफएओ का सार्वभौमिक चावल मूल्य सूचकांक जुलाई में पिछले महीने की तुलना में 2.8 प्रतिशत बढ़कर 129.7 अंक पर पहुंच गया है। यह विकास पिछले वर्ष की समान कालावधि के मुकाबले में करीब 20 प्रतिशत की बढ़ोतरी का प्रतीक है, और यह स्तर सितंबर 2011 के बाद से सबसे अधिक है।

  • चावल की उड़ान भरी कीमतों के पीछे चावल की बढ़ती हुई मांग मुख्यतः जिम्मेदार है।
  • भारत के द्वारा हाल ही में चावल निर्यात पर प्रतिबंध लगाने के कारण वैश्विक स्तर पर चावल की आपूर्ति में गिरावट आई है।
  • कुछ चावल उत्पादन देशों में अस्थिर मौसम के चलते उत्पादन में कमी आई है, जिसने आपूर्ति की कमी को और बढ़ा दिया है।

चावल की उच्चतर कीमतों का कई देशों में खाद्य सुरक्षा पर गंभीर प्रभाव पड़ने की संभावना है। चावल विश्व भर के लाखों लोगों के लिए मुख्य भोजन स्रोत है, और उसकी वृद्ध हुई कीमतें इस आवश्यक पोषाहार की उपलब्धता में कठिनाई उत्पन्न कर सकती हैं।

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