भारत के विदेशी मुद्रा भंडार ने तोड़े सारे रिकॉर्ड, पहली बार 500 अरब डॉलर के पार

आंकड़ों के मुताबिक 05 जून 2020 को समाप्त सप्ताह में 8.22 अरब डॉलर का इजाफा हुआ और इस वजह से विदेशी मुद्रा भंडार बढ़कर 501.70 अरब डॉलर पर पहुंच गया है. विदेशी मुद्रा भंडार की यह धनराशि एक वर्ष के आयात के खर्च के बराबर है. इससे पिछले 29 मई को समाप्त सप्ताह में विदेशी मुद्रा भंडार 3.44 अरब डॉलर बढ़कर 463.48 अरब डॉलर हो गया था. अगर दूसरे देशों से भारत के विदेशी मुद्रा भंडार की तुलना करें तो चीन और जापान के बाद तीसरे स्थान पर पहुंच गया है.
विदेशी मुद्रा भंडार के बढ़ने की कई वजह हैं. सबसे बड़ी वजह कच्चे तेल के डिमांड में कमी है. दरअसल, भारत में बीते मार्च महीने से लागू लॉकडाउन की वजह से ईंधन की डिमांड कम हो गई थी. इसके अलावा, कच्चे तेल की कीमतों में भारी गिरावट ने भी विदेशी मुद्रा भंडार को सपोर्ट किया है. आसान भाषा में समझें तो कच्चे तेल की सस्ती और कम खरीदारी हुई है. इस वजह से सरकार को कम डॉलर भुगतान करने पड़े हैं.
प्रश्न – भारत का विदेशी मुद्रा भंडार पहली बार किस मील के पत्थर तक पहुँचा गया है?
(a) 501.7 बिलियन डॉलर
(b) 505.7 बिलियन डॉलर
(c) 510.7 बिलियन डॉलर
(d) 515.7 बिलियन डॉलर
उत्तर – (a) 501.7 बिलियन डॉलर
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