दक्षिण-मध्य रेलवे स्टेशनों पर “ऊर्जा तटस्थ” स्थापित करने वाला बना देश का पहला जोनल

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भारतीय रेलवे का दक्षिण मध्य रेलवे (SCR) ज़ोन, “ऊर्जा तटस्थ” (energy neutral) पर रेलवे स्टेशन का संचालन वाला देश का पहला जोनल बन गया है। 

दक्षिण मध्य रेलवे ने अपने कुल 13 रेलवे स्टेशनों को “ऊर्जा तटस्थ” स्टेशनों में बदला है, जो भारतीय रेलवे के सभी जोनल में सबसे ज्यादा है।

ऊर्जा-तटस्थ रेलवे स्टेशन, स्टेशन परिसर में लगे सौर फोटोवोल्टिक पैनलों के माध्यम से सौर ऊर्जा का उपयोग कर रेलवे स्टेशनो की 100 प्रतिशत ऊर्जा आवश्यकताओं को पूरा करने में सक्षम हैं।

SCR ज़ोन के 13 ऊर्जा-तटस्थ रेलवे स्टेशन इस प्रकार हैं:-

सिकंदराबाद डिवीजन के घाटकेसर स्टेशन परिसर में 10 kWp की क्षमता वाले सौर पैनल लगाए गए हैं.

सिकंदराबाद डिवीजन के धार स्टेशन परिसर में 5 kWp की क्षमता वाले सौर पैनल लगाए गए हैं.

सिकंदराबाद डिवीजन के रघुनाथपल्ली स्टेशन परिसर में 5 kWp की क्षमता वाले सौर पैनल लगाए गए हैं.

सिकंदराबाद डिवीजन के मेलाचेरुवु स्टेशन परिसर में 5 kWp की क्षमता वाले सौर पैनल लगाए गए हैं.

गुंटकल डिवीजन के ओट्टीमिट्टा स्टेशन परिसर में 7.5 kWp की क्षमता वाले सौर पैनल लगाए गए हैं.

विजयवाड़ा डिवीजन के कदियाम स्टेशन परिसर में 10 kWp की क्षमता वाले सौर पैनल लगाए गए हैं

विजयवाड़ा डिवीजन के द्वारापुड़ी स्टेशन में 10 kWp की क्षमता वाले सौर पैनल लगाए गए हैं.

विजयवाड़ा डिवीजन के गोदावरी स्टेशन में 10 kWp की क्षमता वाले सौर पैनल लगाए गए हैं.

हैदराबाद डिवीजन के धर्मबाद स्टेशन में 11.6 kWp की क्षमता वाले सौर पैनल लगाए गए हैं.

हैदराबाद डिवीजन के सिवुगांव स्टेशन में 2.2 kWp की क्षमता वाले सौर पैनल लगाए गए हैं.

हैदराबाद डिवीजन के उमरी स्टेशन में 17.43 kWp की क्षमता वाले सौर पैनल लगाए गए हैं.

हैदराबाद डिवीजन के कार्खेली स्टेशन में 2.2 kWp की क्षमता वाले सौर पैनल लगाए गए हैं.

हैदराबाद डिवीजन के बोलसा स्टेशन में 2.95 kWp की क्षमता वाले सौर पैनल लगाए गए हैं.

केंद्रीय रेल मंत्री: पीयूष गोयल

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