पहली बार नेपाल अपनी जनगणना में LGBT की जनसंख्या की गिनती करेगा

नेपाल की आगामी राष्ट्रीय जनगणना पहली बार हिमालयी राष्ट्र में एलजीबीटी आबादी की गणना करेगी ताकि अल्पसंख्यक समूहों के लिए सरकारी नौकरियों और शिक्षा को बेहतर ढंग से आवंटित किया जा सके।
नेपाल में एलजीबीटी समुदाय ने लंबे समय से मांग की है कि हर 10 साल में होने वाली जनगणना में यौन अल्पसंख्यकों की गिनती शामिल की जाए।
एलजीबीटी की सटीक आबादी यह निर्धारित करने में मदद करेगी कि इन नौकरियों और शिक्षा में कोटा का कितना हिस्सा उनके पास जाएगा।
नागरिक स्वयं को पुरुष, महिला या अन्य यौन लिंग के रूप में पहचान सकेंगे।
2015 में अपनाए गए एक नए संविधान में यौन अभिविन्यास पर आधारित सभी भेदभावों को रोकने के लिए, 2008 के सुप्रीम कोर्ट के एक फैसले की पुष्टि की गई।
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