सामाजिक कार्यकर्ता और महिला अधिकारों के लिए लड़ने वाली विद्या बाल का निधन

0 Comments

सामाजिक कार्यकर्ता, नारीवादी लेखक और पत्रकार विद्या बाल का निधन। 
वह महिलाओं को सामान अधिकार दिलाने वाले अपने साहसी प्रयासों के लिए जानी जाती थीं। वह महिलाओं को पुरुषों समान दर्जा दिलाने के लिए लड़ने वाली अग्रणी सेनानी थीं। 
उन्होंने सभी हिंदू धार्मिक स्थानों में महिलाओं को प्रवेश दिलाने के लिए कानून लागू करने की मांग करते हुए मुंबई उच्च न्यायालय का दरवाजा खटखटाया। उनकी दायर जनहित याचिका महाराष्ट्र हिंदू प्लेस ऑफ उपासना अधिनियम, 1956 के तहत शनि शिंगनापुर मंदिर में महिलाओं के प्रतिबंध के खिलाफ थी। उन्होंने मंदिर में प्रवेश के अलावा महिलाओं के अधिकार के मामले भी उठाए।

शनि शिंगनापुर के अलावा, उन्होंने धार्मिक स्थलों पर महिलाओं के प्रवेश के लिए कई कानूनी लड़ाई भी लड़ी हैं। उन्होंने प्रसिद्ध कमलाकी और वलवन्ततिल जैसी आत्मकथाएँ भी लिखी थी।

Leave a Reply

Your email address will not be published.